बेहतरीन ।
बहुत संवेदनशील प्रस्तुति..
नमस्कार !वाकई शब्द अपने अर्थ खोते जा रहे है . '' मेरी डबडबाई आँखों से वो क्या ढूंढे है अपना अक्स ''साधुवादसादर !
शब्दों की तलाश में है? आप और व्यक्त कर दिया बहुत कुछ , अच्छा अंदाज
बेहतरीन ।
ReplyDeleteबहुत संवेदनशील प्रस्तुति..
ReplyDeleteनमस्कार !
ReplyDeleteवाकई शब्द अपने अर्थ खोते जा रहे है . '' मेरी डबडबाई आँखों से वो क्या ढूंढे है अपना अक्स ''
साधुवाद
सादर !
शब्दों की तलाश में है? आप और व्यक्त कर दिया बहुत कुछ , अच्छा अंदाज
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