उसको उस में ज़न्नत नज़र आई
उसको उस में खुदा की खुदाई
कई रातें उसने जागकर बिताई
कई दिन उसे भी नींद नहीं आई
दोनों ने मिल के कसमें खाई
न उसने निभाई न उसने निभाई
जब मिले दोनों, हकीकत समझ आई
न उसे वह सुहाया, न उसे वह भाई
उसने अपनी मजबूरियां गिनाई
उसने अपनी मजबूरियां गिनाई
इस तरह दोनों ने किसी तरह
एक दूसरे से अपनी जान छुड़ाई
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