बात बात पर सवाल करता है
क्या वह सच में मुझसे प्यार करता है
लफ़्ज़ों से दिल पे मार करता है
क्या वह सच में मुझसे प्यार करता है
निजता को सरे बाज़ार करता है
क्या वह सच में मुझसे प्यार करता है
मारता है खुद भी मरता है
क्या वह सच में मुझसे प्यार करता है
सपनों को तार तार करता है
क्या वह सच में मुझसे प्यार करता है
निजता को सरे बाजार करता है
ReplyDeleteक्या वह सच में मुझसे प्यार करता है
बहुत खूब नवनीत जी...बहुत अच्छी रचना...बधाई स्वीकारें...
नीरज