ज़िंदगी के एलबम में
कुछ तस्वीरें
होती हैं कितनी सुंदर
जब तब
आ ही खडी होती है सामने
साल, महिने
समय का हर बंध लांघकर
हम
जीने लगते हैं पुन:वे पल
अपनी स्मृतियों के आंगन
उन तस्वीरों के साथ
अपने ही भीतर
कितने प्यारे,
जरुरी है ये एलबम
ज़िंदगी में
ज़िंदगी के लिए
कितना तडफ़डाती है ज़िंदगी
ऎसे एलबमों के लिए
तस्वीरों में कैद पलों के साथ
फ़िर जीने के लिए
हम जीने लगते हैं
ReplyDeleteपुन:वे पल अपनी स्मृतियों के आंगन
उन तस्वीरों के साथ..................
bahut khoob