कितना कुछ अस्तित्व में समेटे हैं स्त्री।
माँ दुर्गा का रूपस्त्री जो है……अब धीरे धीरे समय के साथ परिस्थितियाँ बदल रही हैं…सुंदर रचना …
कितना कुछ अस्तित्व में समेटे हैं स्त्री।
ReplyDeleteमाँ दुर्गा का रूप
ReplyDeleteस्त्री जो है……
अब धीरे धीरे समय के साथ परिस्थितियाँ बदल रही हैं…
सुंदर रचना …